डायबिटीज को कंट्रोल करने के घरेलू उपचार
Home Remedies To Control Diabetes
डायबिटीज जिसे शुगर की बीमारी या मधुमेह भी कहा जाता है। इन दिनों डायबिटीज की समस्या आम होते जा रही है। इसका मुख्य कारण गलत लाइफस्टाइल और खान - पान है। इसे कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है। अगर समय रहते डायबिटीज कंट्रोल न किया गया तो यह जानलेवा भी हो सकता है। अगर आप चाहते हैं, डायबिटीज आपके शरीर को ज्यादा नुकसान न पहुंचाए तो आप कुछ घरेलू नुस्खे आजमा सकते हैं। ये डाइबिटीज से आपका ख्याल रखते हैं और उसे जड़ से समाप्त करने में भी मदद कर सकते हैं।
डायबिटीज को कंट्रोल करने के घरेलू उपचार
Home Remedies To Control Diabetes
यहां कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जो शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं:
1. नीम के पत्ते:
नीम की पत्तियों में तिक्त और कषाय रस होता है। ये रस शरीर में पहुंचकर ब्लड शुगर को कम करते हैं। नीम की पत्तियों में कई फ्लेवोनोइड्स समेत कई अन्य तत्व भी होते हैं, जो पैंक्रियाज को स्टिम्युलेट करते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। डायबिटीज के मरीजों को नीम के पत्तों का सेवन करना चाहिए। रोजाना नीम के 5-6 पत्ते चबाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। नीम की पत्तियों का सेवन सुबह खाली पेट करना चाहिए। इससे शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जा सकता है। साथ ही, स्किन से जुड़ी समस्याएं भी नहीं होंगी।
2. मेथी:
मेथी में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं। इसमें मौजूद फाइबर पाचन को धीमा करता है और ग्लूकोज के अवशोषण को कम करता है। इससे ब्लड शुगर लेवल अचानक नहीं बढ़ता और ब्लड ग्लूकोज लेवल्स नियंत्रित रहते हैं। मेथी का सेवन 4 से 6 महीने तक लगातार करने से ब्लड शुगर का लेवल कम किया जा सकता है। मेथी का पानी पीने से शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल बाहर निकल जाता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। इसके लिए , एक छोटा चम्मच मेथी के दानों को रात में एक गिलास पीने के पानी में भिगो दे। सुबह उसके पानी को छानकर इसमें गुनगुना पानी मिला लें। इसे खाली पेट पी सकते हैं और दानों को चबाकर खा भी सकते हैं।
3. दालचीनी:
दालचीनी, शुगर कंट्रोल करने में मदद करती है। दालचीनी में एंटीबायोटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। दालचीनी की चाय पीने से ब्लड ग्लूकोज लेवल कम करने में मदद मिलती है। साथ ही, दालचीनी की चाय पाचन के लिए भी फायदेमंद है। दालचीनी, कोशिकाओं में शर्करा की गति को बढ़ाकर रक्त शर्करा को कम करने और मधुमेह से लड़ने में मदद करती है। दालचीनी का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे पानी के साथ मिलाकर पिया जाए। इसके लिए एक गिलास पानी में दालचीनी का छोटा सा टुकड़ा या दालचीनी की छाल भिगो दें। इसे रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह इसे छानकर खाली पेट पी लें।
4. करेले का जूस:
करेले में एंटी डायबिटिक्स गुण होते हैं। इसमें मौजूद चरनटीन से खून में ग्लूकोज का लेवल कम होता है। करेले में पॉलीपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन भी पाया जाता है, जो प्राकृतिक तरीके से डायबिटीज को कंट्रोल करता है। करेले का जूस पीने से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। करेले के जूस में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जो वजन घटाने वाला आहार माना जाता है। यह शरीर का मेटाबॉलिज़्म बढ़ाता है। सुबह खाली पेट करेले का रस पीने से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
5. जामुन:
डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन फायदेमंद होता है। जामुन के रस में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं। इसमें मौजूद एसिड यौगिक भोजन को स्टार्च में बदलने की गति को धीमा कर देते हैं, जिससे मधुमेह का स्तर नियंत्रित रहता है। जामुन की गुठलियों का चूर्ण बनाकर खाना चाहिए। आप जामुन की गुठली के चूर्ण का उपयोग रोज सुबह खाली पेट कर सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास पानी में एक चम्मच गुठली का चूर्ण मिक्स करके सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपका ब्लड शुगर नियंत्रण में रहेगा। या जामुन के पत्तों को अगर आप सुबह खाली पेट चबाएं तो इससे आपके खराब ब्लड शुगर लेवल को ठीक करने में सहायता मिलेगी।
6. अदरक:
अदरक के नियमित सेवन से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। अदरक का सेवन वजन कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि यह पाचन क्रिया के साथ साथ मेटाबोलिज्म को भी बढ़ाता है। इसके लिए, रात को सोने से पहले दूध में अदरक मिलाकर पीना चाहिए। या अदरक का काढ़ा बनाकर पिएं। इसके लिए, एक गिलास पानी में अदरक और दो काली मिर्च डालकर पकाएं। और इसका सेवन करें। या आप अदरक की चाय बनाकर भी पी सकते हैं।
7. तुलसी की पत्तियाँ:
तुलसी में कई तरह के औषधीय गुण होते हैं। तुलसी की पत्तियों का सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। अगर आपका ब्लड शुगर बढ़ा हुआ है, तो आपको तुलसी की पत्तियों को उबालकर पानी में छानकर उसका सेवन करना चाहिए। तुलसी के पत्तों की चूर्ण युक्त कैप्सूल खाने से भी शुगर लेवल कम होता है।
8. नियमित व्यायाम:
शारीरिक गतिविधि इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाकर रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करती है। प्रतिदिन कम से कम 15 से 20 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम या शारीरिक गतिविधियाँ जैसे : Walking, Swimming और Cycling आदि करने का लक्ष्य रखें।
याद रखें, किसी भी नए घरेलू उपचार को आजमाने से पहले अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें। खासकर यदि आप पहले से ही मधुमेह के लिए दवा ले रहे हैं। इन उपचारों की प्रभावशीलता अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकती है, और आपका डॉक्टर आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम दृष्टिकोण निर्धारित करने में आपकी सहायता कर सकता है।
डायबिटीज के मरीजों को क्या खाना चाहिए ?
What Should Diabetic Patients Eat?
- डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट में चीजें जौ, दलिया, चावल, गेहूं, सूजी, अरहर की दाल, काबुली चने, हरे चने, कुलथी की दाल, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि चीजें शामिल करनी चाहिए।
- डायबिटीज के मरीजों को सुबह खाली पेट भीगे बादाम, अखरोट, और मूंगफली खानी चाहिए। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
- डायबिटीज के मरीजों को खाली पेट घी और हल्दी को एक साथ रोटी पर लगाकर खाने से शुगर क्रेविंग कम होती है।
डायबिटीज के मरीजों को आइसक्रीम, आलू, फ्राइड फूड, पैक्ड जूस, मैदा या रिफाइंड आटा आदि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
हम आपकी सहायता किस तरह से कर सकते है?:-
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- प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा उचित देखभाल
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