ल्यूकोरिया के लक्षण, कारण और उपचार

 ल्यूकोरिया के लक्षण, कारण और उपचार

Symptoms, Causes And Treatment Of Leucorrhoea

ल्यूकोरिया क्या है ? (What is Leucorrhoea?)

लिकोरिया, जिसे आम बोलचाल की भाषा में सफेद पानी, श्वेत प्रदर या White Discharge के नाम से भी जाना जाता है। यह महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है जो पीरियड्स से पहले या बाद में सामान्य तौर पर एक से दो दिन के लिए होता है। इससे पीड़ित महिलाओं की योनि (Vagina) से सफेद, पीला, हल्का नीला या लाल रंग का चिपचिपा और बदबूदार पदार्थ का स्राव होता है। ज्यादातर मामलों में यह स्राव सफेद रंग का होता है। हर महिला में इस स्राव की मात्रा और समयावधि अलग-अलग हो सकती है। लिकोरिया या  White Discharge के कारण महिलाओं में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। आमतौर पर यह समस्या Married Women में अधिक देखने को मिलती है, लेकिन यह किसी भी उम्र की लड़की या महिला को हो सकता है। लिकोरिया रोग नहीं है, बल्कि यह महिलाओं में होने वाली एक आम स्थिति है। 

ल्यूकोरिया के प्रकार (Leucorrhoea Types)
ल्यूकोरिया के दो प्रकार के होते हैंः-
  • स्वभाविक योनिस्राव (Natural Vaginal Discharge)
  • अस्वभाविक योनिस्राव (Abnormal Vaginal Discharge)
स्वभाविक योनिस्राव (Natural Vaginal Discharge) : 
मासिक चक्र (Menstrual Cycle) के दौरान योनि (Vagina) से दुर्गन्धरहित चिपचिपा, पतला और पानी जैसा बहने वाला स्राव  सामान्य माना जाता है। महिलाओं में अण्डोत्सर्ग (Ovulation) के दौरान यह स्राव बढ़ जाता है। यह महिलाओं के शरीर में होने वाली सामान्य प्रक्रिया है। इसमें किसी उपचार की जरूरत नहीं होती है। केवल उचित आहार-विहार का पालन करना चाहिए।

अस्वभाविक योनिस्राव (Abnormal Vaginal Discharge) : 
यह शरीर में बैक्टेरियल इन्फेक्शन (Bacterial Infection) होने के कारण होता है। जिस कारण स्राव का रंग असामान्य गाढ़ा (Thick) और दुर्गन्धयुक्त होता है। यह Yeast Infection के कारण भी हो सकता है।

ल्यूकोरिया के लक्षण (Symptoms of Leukorrhea)

  • योनि में खुजली (Vaginal Itching) और जलन होना
  • शरीर में भारीपन महसूस करना
  • भूख न लगना और चक्कर आना
  • हाथ, पैर, कमर और पेट में दर्द होना
  • पिंडलियों में खिंचाव होना (Calf Strain)
  • जी मिचलना और कभी-कभी उल्टी होना
  • बार-बार पेशाब लगना 

ल्यूकोरिया के कारण (Causes Of Leucorrhoea)

ल्यूकोरिया के कई कारण हो सकते हैं: 
  • योनि की स्वस्छता (Vaginal Hygiene) का ध्यान नहीं रखना। 
  • शरीर में खून की कमी होना।  
  • गलत तरीके से शारीरिक संबंध बनाना। 
  • अत्यधिक उपवास रखना। 
  • शारीरिक कामों में अत्यधिक लगे रहना। 
  • योनि में बैक्टीरिया की मौजूदगी (बैक्टीरियल इन्फेक्शन) के कारण।
  • बार-बार गर्भपात (Abortion) होना या कराना।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण। 

ल्यूकोरिया के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies for Leucorrhoea)

हालांकि उचित निदान और उपचार के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, लेकिन कुछ घरेलू उपचार भी हैं जो ल्यूकोरिया से जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें, यदि लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो चिकित्सकीय सहायता लेना महत्वपूर्ण है। यहां कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं:

1. Maintain Good Hygiene: जननांग क्षेत्र (Genital Area) को साफ और सूखा रखें। जननांग क्षेत्र में कठोर साबुन या सुगंधित उत्पादों (Scented Products) का उपयोग करने से बचें।

2. दही:  दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स, योनि में बैक्टीरिया का स्वस्थ संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। अपने आहार में सादा, बिना मीठा दही शामिल करें।

3. मेथी के बीज: मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट उसके पानी को पी लें। या मेथी के दानों को आप अपने आहार में भी शामिल कर सकते हैं।

4. अमरूद की पत्तियां: अमरूद की पत्तियों को पानी में उबालें और इसे अच्छी तरह घोल के छान लें और इसे योनि धोने (Vaginal Wash) या Sitz Bath के रूप में उपयोग करें।

5. हल्दी: हल्दी पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे जननांग क्षेत्र (Genital area) पर बाहरी रूप से लगाएं। हल्दी में Anti-Inflammatory और Antibacterial गुण होते हैं।

6. आंवला: आंवले को सुखाकर चूर्ण बना लें। इसे पानी के साथ सेवन करें। नियमित रूप से सेवन करने से ल्यूकोरिया की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है।

7. नीम: नीम में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। आप नीम की पत्तियों का उपयोग पेस्ट बनाकर बाहरी तौर पर लगाने के लिए कर सकते हैं।

8. स्वस्थ आहार: फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर संतुलित आहार का सेवन करें। रोजाना कम से कम 10-12 गिलास पानी पीएं और हाइड्रेट रहें। 

याद रखें, ये घरेलू उपचार कुछ व्यक्तियों के लिए राहत प्रदान कर सकते हैं, लेकिन ये हर किसी के लिए असरदार नहीं हो सकते है। उचित निदान और व्यक्तिगत उपचार योजना के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना आवश्यक है। यदि आप लगातार या गंभीर लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

ल्यूकोरिया के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए ? (What Should Not Be Eaten During Leucorrhoea)

  • अधिक नमक एवं मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • जंक फूड एवं बासी भोजन नहीं खाना चाहिए।
  • सफेद आटे से बने खाने से परहेज करें। 
  • सफेद चीनी उत्पादों के सेवन से बचें। 
  • चाय, कॉफी, शराब और अन्य प्रकार के मसालों के सेवन न करें। 

हम आपकी सहायता किस तरह से कर सकते है?:-

How can we help you?:-              

प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा उचित देखभाल (तेज होम हेल्थ सर्विस)  
रोगी को शिक्षा और आत्म-प्रबंधन
उचित मार्गदर्शन
आहार संबंधी सलाह
उचित सलाह डॉक्टर द्वारा परामर्श {Proper Consultation By Doctor}

OUR SERVICES 

Physiotherapy
Doctor Consultations 
Nursing
Trained Attendants
Lab Tests
Counselling
Web Development
Education & Training
Digital Marketing
Yoga & Meditation

किसी भी सहायता के लिए निम्न नंबरों में सम्पर्क करें।  
05946-311012, 9773510668, 8126606024


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ