दस्त होने के कारण और घरेलू उपाय
Reasons and Home Remedies For Diarrhea
Specialization:- Gastroenterologist
विशेषज्ञता:- जठरांत्र चिकित्सक
गर्मियों के दौरान दस्त होना एक आम समस्या है। लेकिन इसे सही सावधानी और उपायों से रोका जा सकता है।गर्मी का मौसम अपने साथ न सिर्फ तेज धूप और उमस लाता है, बल्कि पेट की कई दिक्कत भी पैदा कर सकता है। इन समस्याओं में से एक आम समस्या दस्त है। जिसे डायरिया भी कहा जाता है।
दस्त या डायरिया का अर्थ है मलत्याग के दौरान पतला, पानी जैसा मल आना। यह बच्चों और वयस्कों दोनों में आम है और आमतौर पर कुछ ही दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है। हालाँकि, कभी-कभी दस्त किसी गंभीर स्थिति का संकेत होता है। दस्त के कारण शरीर में निर्जलीकरण की समस्या होती है और साथ ही शरीर में पर्याप्त पोषक तत्वों की भी हानि हो जाती है।
दस्त होने के कारण
Cause Of Diarrhea
- अस्वस्थ्य भोजन।
- दूषित पानी का सेवन करना।
- रात का बचा हुआ बासी खाना खाना।
- अत्यधिक तैलीय भोजन या मैदे तथा बेसन से बनी हुई चीजें ज्यादा खाना।
- बहुत अधिक मात्रा में मीठी चीज का सेवन करने से भी दस्त हो सकते है।
दस्त से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय
Home Remedies To Get Rid Of Diarrhea
नींबू पानी
नींबू के Anti - Inflammatory गुणों की वजह से यह दस्त को रोकने के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। 1 कप ताजे पानी में 1 छोटा चम्मच नींबू का रस मिला लें। रोज सुबह- दोपहर-शाम को खाली पेट या खाने के बाद लेें। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद करता है।
जीरा
जीरा में पाया जाने वाला थाइमोल नाम का कम्पाउंड आंत को स्वस्थ रखने में मदद करता है और प्रोटीन, फैट, और चीनी जैसे जटिल पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है। इससे अपच, दस्त, और मतली जैसी पाचन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। आधा चम्मच भूने हुए जीरे को 1 कप दही या मट्ठे के साथ मिला लें। इसे लेने से दस्त में फायदा मिलता है।
केला
दस्त होने पर केला खाने से मल सख्त हो जाता है और पेट की गड़बड़ियों में सुधार होने लगता है। केले में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इसलिए, दस्त होने पर केला खाना फायदेमंद होता है।
नारियल पानी
दस्त होने पर नारियल पानी पीने से शरीर में पानी की कमी को Balance करने में मदद मिलती है। इसमें पोटैशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। नारियल पानी पीने से दस्त की वजह से होने वाली जलन से भी राहत मिलती है।
धनिया के बीज
ज्यादा दस्त होने की वजह से रोगी (मरीज) को ज्यादा प्यास लगने लगती है। ऐसी स्थिति में 1 लीटर पानी में 1 चम्मच सूखा धनिया उबालें। जब आधा पानी रह जाए तो पानी को छानकर ठण्डा कर लें। इसे थोड़ी-थोड़ी मात्रा में रोगी को पिलाना चाहिए।
सौंफ
1 छोटा चम्मच बिना भूनी हुई सौंफ, 1 छोटा चम्मच भूनी हुई सौंफ लें। दोनों को मिला लें। आधा-आधा छोटा चम्मच सुबह-शाम रोगी (मरीज) को दें। इस उपाय से दस्त में बहुत लाभ मिलता है। सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन, और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसका नियमित सेवन करने से पाचन अच्छा होता है।
ध्यान रखें, उन खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से बचें जो दस्त को खराब कर सकते हैं, जैसे डेयरी उत्पाद, वसायुक्त भोजन, मसालेदार भोजन और कैफीन। यदि लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, या यदि निर्जलीकरण के संकेत हैं (जैसे अत्यधिक प्यास, गहरे रंग का मूत्र(Urine) या चक्कर आना), तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
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