मोतियाबिंद क्या है - कारण और बचाव

मोतियाबिंद  क्या है - कारण और बचाव
What is Cataract – Causes and Prevention

Specialization:-Ophthalmologist 
विशेषज्ञ:-नेत्र रोग विशेषज्ञ

आखिर मोतियाबिंद क्या है? :-

मोतियाबिंद आंख के लेंस में होने वाला बदलाव है। यह आमतौर पर 55 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में होता है, लेकिन युवा लोग में भी यह देखने को मिल रहा है। आँख का लेंस अधिकतर पानी और प्रोटीन से बना होता है। प्रोटीन को बहुत सटीक तरीके से संरचित किया जाता है जो लेंस को साफ रखता है और प्रकाश को गुजरने में सक्षम बनाता है, जिससे हमें देखने में मदद मिलती है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, प्रोटीन इधर-उधर घूमने लगता है और आपस में चिपक जाता है, जिससे धुंधले बादल विकसित होने लगते हैं। इन्हीं बादलों को मोतियाबिंद कहा जाता है।

मानव के शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग आँख होती है जिससे वह संसार की सभी तरह की गतिविधियों के साथ सुन्दरता का आनंद ले पाता है। लेकिन यदि आँख में ज़रा-सा भी कुछ हो जाए तो मानो जान निकल जाती है। आँखों की देखभाल बेहद आवश्यक है और बढ़ती उम्र के साथ तो ख़ासकर ध्यान रखना ज़रूरी हो जाता है।

मोतियाबिंद का सबसे आम प्रकार उम्र से संबंधित है। मोतियाबिंद 40 से 50 वर्ष की उम्र के बीच विकसित होना शुरू हो सकता है। 

मोतियाबिंद जीवन के लिए खतरा नहीं है, लेकिन अगर इलाज न किया जाए तो यह आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।

मोतियाबिंद के लक्षण:-

  • रंग फीका दिखना 
  • रात में खराब दिखना 
  • तेज रोशनी को सहन करने में कठिनाई 
  • एक आंख से दो या दो से अधिक छवियां देखना
  • रंगों को पहचाने में उलझ
  • शाम होने के बाद दिखाई देने में मुश्किल होना
दुर्भाग्य से, बहुत से लोगों को यह एहसास नहीं होता है कि वे मोतियाबिंद से पीड़ित हैं क्योंकि उनकी दृष्टि पर प्रतिकूलप्रभाव पड़ने में कुछ समय लग सकता है। नियमित नेत्र परीक्षण में भाग लेना यह सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि मोतियाबिंद का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके।

मोतियाबिंद का कारण क्या है? (What is the causes)

  • बढ़ती उम्र
  • डायबिटीज की समस्या
  • आंखों पर देर तक सूरज की रोशनी पड़ना
  • आंख में किसी तरह की चोट या सूजन होना
  • धूम्रपान का सेवन
  • अल्ट्रावायलेट रेडिएशन के संपर्क में आना
  • रेडिएशन थेरेपी
  • अनुवांशिक

मोतियाबिंद कितने प्रकार के होते हैं? (Types of cataract )

  • कन्जेनिटल मोतियाबिंद (Congenital cataract)- यह जन्मजात या बचपन से होने वाला मोतियाबिंद होता है। यह मोतियाबिंद काफी अधिक छोटा होने के कारण आंख की दृष्टि को प्रभावित नहीं करता।  लेकिन बढ़ती उम्र के साथ आंख के लेंस बदलने पड़ सकते हैं।
  • ट्रॉमेटिक मोतियाबिंद (Traumatic cataract)- आँख में लगी किसी चोट के कारण होने वाले मोतियाबिंद को ट्रॉमेटिक मोतियाबिंद कहा जाता है। चोट के कई साल गुजरने के बाद भी मोतियाबिंद हो सकता है
  • सेकेंडरी मोतियाबिंद (Secondary cataract) इस मोतियाबिंद में ग्लूकोमा (glaucoma) के लिए हुई सर्जरी के बाद होने की संभावना होती है।
  • रेडिएशन मोतियाबिंद (Radiation cataract) कुछ मोतियाबिंद का कारण रेडिएशन के संपर्क में आने से होता है।

मोतियाबिंद से किस तरह बचाव किया जाए? (Prevention of cataract) 

  • धूप का चश्मा पहनना                                                
  • ढेर सारे फलों और सब्जियों के साथ स्वस्थ आहार लेना
  • आंखों की नियमित जांच कराना
  • अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का प्रबंधन
  • चोट से बचना
  • रक्त शर्करा को नियंत्रित करना
  • अनावश्यक स्टेरॉयड से बचें




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